भाई जी, अन्ना तो चले गए पर अपना रूटीन बिगाड़ गये.. सुबह उठते ही रामलीला मैदान पहुँचना, अन्ना की रसोई से गरमा गरम नाश्ते के बाद पालिटिक्स पर चर्चा करना, नारेबाजी, देशभक्ति का जोश.... पर अब फिर वही पार्क की सैर करनी होगी।
------ प्रद्यूत व आलोक भदौरिया.
------ प्रद्यूत व आलोक भदौरिया.
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