tag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post3860123723679912896..comments2023-10-08T19:26:04.685+05:30Comments on संयोग-वियोग: स्वीकार है मुझे लेकिन ......प्रकाश टाटा आनन्दhttp://www.blogger.com/profile/07886022397798500126noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-6418984400323811872013-09-15T11:48:48.306+05:302013-09-15T11:48:48.306+05:30कहानी अछी है इस पर एक टीवी सिरियल बनाया जा सकता है...कहानी अछी है इस पर एक टीवी सिरियल बनाया जा सकता है कहानी बडी होनी चाहिऐ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02095456008621997042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-22750357958261363402010-06-17T18:22:34.637+05:302010-06-17T18:22:34.637+05:30खुद्दार एवं देशभक्त लोगों का स्वागत है!
सामाजिक क्...खुद्दार एवं देशभक्त लोगों का स्वागत है!<br />सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले हर व्यक्ति का स्वागत और सम्मान करना प्रत्येक भारतीय नागरिक का नैतिक कर्त्तव्य है। इसलिये हम प्रत्येक सृजनात्कम कार्य करने वाले के प्रशंसक एवं समर्थक हैं, खोखले आदर्श कागजी या अन्तरजाल के घोडे दौडाने से न तो मंजिल मिलती हैं और न बदलाव लाया जा सकता है। बदलाव के लिये नाइंसाफी के खिलाफ संघर्ष ही एक मात्र रास्ता है।<br /><br />अतः समाज सेवा या जागरूकता या किसी भी क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को जानना बेहद जरूरी है कि इस देश में कानून का संरक्षण प्राप्त गुण्डों का राज कायम होता जा है। सरकार द्वारा जनता से टेक्स वूसला जाता है, देश का विकास एवं समाज का उत्थान करने के साथ-साथ जवाबदेह प्रशासनिक ढांचा खडा करने के लिये, लेकिन राजनेताओं के साथ-साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों द्वारा इस देश को और देश के लोकतन्त्र को हर तरह से पंगु बना दिया है।<br /><br />भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर, जिन्हें संविधान में लोक सेवक (जनता के नौकर) कहा गया है, व्यवहार में लोक स्वामी बन बैठे हैं। सरकारी धन को भ्रष्टाचार के जरिये डकारना और जनता पर अत्याचार करना प्रशासन ने अपना कानूनी अधिकार समझ लिया है। कुछ स्वार्थी लोग इनका साथ देकर देश की अस्सी प्रतिशत जनता का कदम-कदम पर शोषण एवं तिरस्कार कर रहे हैं। ऐसे में, मैं प्रत्येक बुद्धिजीवी, संवेदनशील, सृजनशील, खुद्दार, देशभक्त और देश तथा अपने एवं भावी पीढियों के वर्तमान व भविष्य के प्रति संजीदा व्यक्ति से पूछना चाहता हूँ कि केवल दिखावटी बातें करके और अच्छी-अच्छी बातें लिखकर क्या हम हमारे मकसद में कामयाब हो सकते हैं? हमें समझना होगा कि आज देश में तानाशाही, जासूसी, नक्सलवाद, लूट, आदि जो कुछ भी गैर-कानूनी ताण्डव हो रहा है, उसका एक बडा कारण है, भारतीय प्रशासनिक सेवा के भ्रष्ट अफसरों के हाथ देश की सत्ता का होना।<br /><br />शहीद-ए-आजम भगत सिंह के आदर्शों को सामने रखकर 1993 में स्थापित-"भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान" (बास)- के सत्रह राज्यों में सेवारत 4300 से अधिक रजिस्टर्ड आजीवन सदस्यों की ओर से मैं दूसरा सवाल आपके समक्ष यह भी प्रस्तुत कर रहा हूँ कि-सरकारी कुर्सी पर बैठकर, भेदभाव, मनमानी, भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण और गैर-कानूनी काम करने वाले लोक सेवकों को भारतीय दण्ड विधानों के तहत कठोर सजा नहीं मिलने के कारण आम व्यक्ति की प्रगति में रुकावट एवं देश की एकता, शान्ति, सम्प्रभुता और धर्म-निरपेक्षता को लगातार खतरा पैदा हो रहा है! क्या हम हमारे इन नौकरों (लोक सेवक से लोक स्वामी बन बैठे अफसरों) को यों हीं सहते रहेंगे?<br /><br />जो भी व्यक्ति इस संगठन से जुडना चाहे उसका स्वागत है और निःशुल्क सदस्यता फार्म प्राप्त करने के लिये निम्न पते पर लिखें या फोन पर बात करें :<br />डॉ. पुरुषोत्तम मीणा, राष्ट्रीय अध्यक्ष<br />भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)<br />राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यालय<br />7, तँवर कॉलोनी, खातीपुरा रोड, जयपुर-302006 (राजस्थान)<br />फोन : 0141-2222225 (सायं : 7 से 8) मो. 098285-02666<br />E-mail : dr.purushottammeena@yahoo.inभारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/12363266787410149792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-14849679505953324722010-06-15T07:05:37.123+05:302010-06-15T07:05:37.123+05:30हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ...हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई<br />कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करेंअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-71836352838092066952010-06-14T23:43:53.465+05:302010-06-14T23:43:53.465+05:30सार्थक पोस्टसार्थक पोस्टJanduniahttps://www.blogger.com/profile/06681339283219498038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-66735213647762673152010-06-14T22:08:30.395+05:302010-06-14T22:08:30.395+05:30rochak...rochak...दिलीपhttps://www.blogger.com/profile/15304203780968402944noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-1737117623226775462010-06-14T21:48:06.875+05:302010-06-14T21:48:06.875+05:30नमस्ते,
आपका बलोग पढकर अच्चा लगा । आपके चिट्ठों क...नमस्ते,<br /><br />आपका बलोग पढकर अच्चा लगा । आपके चिट्ठों को <a href="http://hi.indli.com/" rel="nofollow">इंडलि</a> में शामिल करने से अन्य कयी चिट्ठाकारों के सम्पर्क में आने की सम्भावना ज़्यादा हैं । एक बार <a href="http://hi.indli.com/" rel="nofollow">इंडलि</a> देखने से आपको भी यकीन हो जायेगा ।Unknownhttps://www.blogger.com/profile/16416405284538767102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-21728135548506819382010-06-14T20:10:51.213+05:302010-06-14T20:10:51.213+05:30ham to abhi to aasmaan me swachhand ghoom rahe hai...ham to abhi to aasmaan me swachhand ghoom rahe hai ...kewal tippani hi padh aur bhej paa rahe hai ,,,,,( kambhakt mobile waale itnai hi suvidha de rahe hai) ,,,achhe bhale agar jameen par utare to aapki rachna fir se padhne ka prayaas karenge ,,,tippani bhi tabhi bhej paayenge,,,,abhi lag raha hai ki aapki rachna me kuchh to khaas hai ....????????////Rahttps://www.blogger.com/profile/08726389437723424230noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4008679121258333787.post-66926841955359237412010-06-13T19:00:59.856+05:302010-06-13T19:00:59.856+05:30कहानी काफी रोचक है इसे जारी रखिये। पिछले सप्ताह शे...कहानी काफी रोचक है इसे जारी रखिये। पिछले सप्ताह शेष भाग दिखाई नहीं दिया। अगले सप्ताह इंतज़ार रहेगा....कामिनी टाटाhttps://www.blogger.com/profile/02343333673686812487noreply@blogger.com